छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज कोरबा । प्रदेश में डेढ़ साल बाद 02 अगस्त से स्कूलों के पट खुले। स्कूल खुलते ही एक बार फिर स्कूलों में रौनक लौट आई है।...
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कोरबा । प्रदेश में डेढ़ साल बाद 02 अगस्त से स्कूलों के पट खुले। स्कूल खुलते ही एक बार फिर स्कूलों में रौनक लौट आई है। लेकिन कोरबा जिला के अंतर्गत कदमहाखार में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा रेंडम जाँच में 08 बच्चे सहित उस क्षेत्र में कुल 24 कोरोना संक्रमित पाए गए है। बच्चों में कोरोना पाए जाने के खबर से उस गांव सहित आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में बच्चों के संपर्क में आये लोगो की तत्काल कोरोना की जाँच के निर्देश दिए गए वही उस क्षेत्र को कन्टेनमेंट घोषित कर दी गई ।
ज्ञात हो कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे कोरोना की रेंडम जाँच के दौरान 24 कोरोना संक्रमित मिले। इनमे सर्वाधिक मानिकपुर के कदमहाखार बस्ती के 12 लोग है। प्रशासन ने इस क्षेत्र को कन्टेनमेंट क्षेत्र घोषित कर दी है। गंभीर बात यह है कि 24 में से 08 मरीज बच्चे है। जिनमे छः बच्चे कदमहाखार के ही है ।
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर चल रही आशंका की वजह से स्वास्थ्य विभाग लगातार शिविर लगा कर सेम्पल लेकर रेंडम जाँच कर रही है। सोमवार को प्रशासन के कान उस वक्त खड़े हो गए , जब कदमहाखार के एक ही मोहल्ले में 12 संक्रमित मिले। हैरानी की बात यह है कि 12 में छः संक्रमित बच्चे है। इसके अलावा पाली और चैतमा में एक - एक बच्चे कोरोना संक्रमित मिले ।
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रतिदिन 1000 लोगो की रैंडम जाँच की जा रही है। पिछले एक पखवाड़े से 4 से 10 मरीजों का औसत रहा है। अचानक संख्या बढ़ने से पॉजिटिव दर दो फीसदी से अधिक जाने की सम्भावना बढ़ गई है। जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीबी बोर्डे ने बताया की जिन बच्चों में कोरोना संक्रमण पाई गई है उनमे अभी कोई लक्षण सामने नहीं आये थे।
सवा साल बाद खुले स्कूल , फिर लौटी रौनक - कोरोना संक्रमण के चलते करीब डेढ़ साल से बंद स्कूल एक बार फिर छत्तीसगढ़ में खुल गए है। स्कूल खुलते ही स्कूलों में रौनक तो लौट आई है , लेकिन अभी भी कोरोना के घातक वेरिएंट डेल्टा के संक्रमण का खतरा बरकरार है। पंजाब और उत्तराखंड में सिर्फ सरकारी स्कूलों को खोला गया है वही प्राइवेट स्कूल वहां अभी भी बंद है। झारखण्ड में 06 अगस्त से वही उत्तर प्रदेश में 16 अगस्त से स्कूल खोलने की तैयारी चल रही है।
छत्तीसगढ़ में 50 फीसदी उपस्थिति के साथ ही खोल सकते है स्कूल -
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी आदेशानुसार प्रदेश में बच्चों को केवल 50 प्रतिशत ही बुलाया जा सकता है। बच्चों को बारी - बारी से रोटेशन में स्कूल बुलाए जाने सहित विभिन्न सावधानियों हेतु जारी की गई गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। बच्चों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाकर स्कूल का संचालन करवाना शिक्षकों के लिए बड़ी चुनौती होगी। बच्चो में फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाये रखना, मास्क सेनेटाइजर का नियमित उपयोग करवाना यह किसी चुनौती से कम नहीं है।
संपादक
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