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अखंड रामनाम सप्ताह को हुये 83 वर्ष , क्यो मनाया जाता है भाटापारा में इस पर्व को भव्यता से, जाने इतिहास

छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज  सत्यनारायण पटेल भाटापारा । श्री अखंड रामनाम सप्ताह की शुरुआत 83 साल पहले की गई थी। वजह अकाल सूखे से सभी लोग परेशान थे!...

छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज 

सत्यनारायण पटेल भाटापारा । श्री अखंड रामनाम सप्ताह की शुरुआत 83 साल पहले की गई थी। वजह अकाल सूखे से सभी लोग परेशान थे! तब अयोध्या के एक महात्मा के कहने पर शहर के सभी लोगों ने साथ बैठकर पहली बार सामूहिक रूप से रामनाम का पाठ किया था । लोगों का दावा है कि 24 घंटे में ही मूसलाधार बारिश शुरू हो गई और लोगों को राहत मिली तब से यहां हर साल भव्य रुप से रामनाम सप्ताह का आयोजन किया जाता है ।

दरअसल बात 1937 की है भाटापारा में भयंकर सूखा पड़ा था, आषाढ़ और सावन में बारिश नहीं हुई तब पूरे छत्तीसगढ़ में अकाल की स्थिति बन गई थी इसी बीच अयोध्या के महात्मा शालिक राम दास चेलों के साथ भाटापारा पहुंचे वर्तमान में जहां रामनाम सप्ताह का मंदिर है वहां वह टेंट लगाकर रहने लगे तब नगरवासी उनके पास पहुंचे और अपनी परेशानी बताई बताते हैं कि महात्मा ने उनसे रघुपति राघव राजाराम पतीत पावन सीताराम का जाप लगातार 7 दिनों तक करते रहने के लिए कहा ,अखंड रूप से जपने को कहा महात्मा की सलाह पर लोगों ने विचार किया और भादवा सुदी द्वितीय से रामनाम का जाप शुरू किया । 

24 घंटे में ही पूरे इलाके में भयंकर बारिश होने लगी।

इसके बाद वहां रायपुर से एक महात्मा पंडित विष्णु शंकर भी पहुंचे, उन्होंने लोगों को प्रेरणा दी कि जब इतनी बड़ी प्राकृतिक आपदा रामनाम के पाठ से दूर हुई है तो भक्ति के इस क्रम को जारी रखें , इसे नगर के लोगों पर कभी परेशानी नहीं आएगी । बस तब से भाटापारा में आज तक यह परंपरा कायम है ।

हर साल यहां भादवा सुदी द्वितीया की सुबह 6:00 बजे से इसकी शुरुआत होती है और हफ्ते भर तक रामनाम का जाप होता है, इसी दौरान जन्माष्टमी भी पड़ती है । अनवरत रघुपति राघव के जाप के लिए रोज के लिए 12 भजन मंडली आते होती है! इसमें नगरवासी ही होते हैं, दिन में दो-दो घंटे व्यापारी वर्ग उससे जुड़े लोग भजन करते हैं तो शाम 6:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक मजदूर व किसान वर्ग और वो लोग जो दिन में खाने कमाने में लगे रहते हैं भजन करते हैं! ताकि उनकी जीविका प्रभावित ना हो ।

राम सप्ताह के 7 दिन पूर्ण होने बाद 2 दिन तक शहर की महिलाएं लगातार रामनाम का जाप करती है, राम सप्ताह की परिक्रमा करती है, राम सप्ताह के दौरान पूरा शहर एक परिवार बन जाता है! इस आयोजन के लिए सब तन मन धन से जुड़ते हैं, राम कथा स्थल पर हवन पूजन चलता रहता है भजन मंडलिया गाती बजाती रहती है समापन पर शोभायात्रा निकाली जाती है ।

जिसमें आसपास के शहरी एवं ग्रामीण लोग भी शामिल होते हैं, दोपहर 2:00 बजे निकलने वाली शोभायात्रा रात्रि 2:00 बजे तक नगर भ्रमण करती है भजन मंडलियों के मांदर मंजीरे की थाप में पूरा शहर झूमने लगता है ।

जगह-जगह उनका स्वागत होता है शहरवासी व सामाजिक संस्थाएं मेहमानों की आवभगत के लिए जगह-जगह नाश्ते और खाने का निशुल्क व्यवस्था किया जाता है । सबसे खास बात यह है कि पूरे आयोजन के लिए चंदा नहीं लिया जाता है ! मंदिर में जो कुछ चढ़ावा आता है ।

नगरवासी स्वयं अपनी शक्ति के अनुसार मदद करते हैं, उसी से पूरा आयोजन होता है, और इसी तरह श्री अखंड रामनाम सप्ताह का आयोजन अनवरत चलता आ रहा है ।  

          पत्रकार 

सत्यनारायण पटेल भाटापारा

मो. 84354 54671

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