Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

ब्रेकिंग :

latest

रायपुरा : आस्था की ज्योति के साथ कहार भोई समाज की कुलदेवी मां कन्हाई परमेश्वरी के दरबार में नवरात्रि उत्सव प्रारंभ

  छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज मुकेश कश्यप रायपुर:- कहार भोई समाज की कुलदेवी जगतजननी माँ कन्हाई परमेश्वरी के दरबार रायपुरा में आस्था की ज्योति के सा...

 

छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज

मुकेश कश्यप रायपुर:- कहार भोई समाज की कुलदेवी जगतजननी माँ कन्हाई परमेश्वरी के दरबार रायपुरा में आस्था की ज्योति के साथ चैत्र नवरात्रि उत्सव का आगाज हो गया है।शक्ति की उपासना के महापर्व के शुभ अवसर पर शनिवार को शुभमुहूर्त में सामाजिकजनो की उपस्थिति में माता के धाम में आस्था की ज्योति प्रज्वलित करते हुए भव्य पूजा-आराधना कर समाज एवं आमजनों की खुशहाली की कामना की गई है।

         विदित है कि प्रतिवर्ष की परंपरा के तहत चैत्र व शारदीय नवरात्रि में कुलदेवी धाम रायपुरा में समाजजनो द्वारा प्रेम और आस्था के प्रतीक ज्योतिकलश की स्थापना होती है।इसी के साथ पूरे नौ दिनों तक यहां भव्य पूजा-अर्चना की जाती है।समाजजन मंदिर में आकर माता के सम्मुख अपने और अपने परिवार की खुशहाली की मनोकामना करते है।

         शनिवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत देश भर में हो गयी।नौ दिनो तक माता रानी की पूजा अर्चना और प्रेममयी भक्ति का आगाज हो गया है।देवी मंदिरों में ज्योत कलश की स्थापना की गई।भक्तों ने मनोकामना ज्योत जलवाए है।आज शुभमुहूर्त में माता रानी के आंगन में आस्था के ज्योत जलाकर चैत्र नवरात्रि की शुरुआत की गई।

        नगर सहित अंचल में जगतजननी के इस महाउत्सव की तैयारी पिछले क़ई दिनों से जारी थी और आज सुबह से ही माता के भक्तों द्वारा "जय माता दी" के बोल के साथ शक्ति स्वरूपा को स्थापित कर उसकी पूजा-अर्चना का सिलसिला आज से प्रारम्भ हो गया।अब अगले नौ दिनों तक माता सेवा और श्रृंगार का मनमोहक वातावरण गूंजता रहेगा।हर वर्ग अपने-अपने स्तर पर माता की सेवा में भागी बनेंगेlनवरात्रि का यह 9 दिन मान्यताओं के अनुसार काफी पुण्य कारी माना जाता है। माता रानी नौ रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी ,चंद्रघंटा ,कूष्माण्डा ,स्कंदमाता ,कात्यायनी ,कालरात्रि ,महागौरी एवं सिद्धिदात्री माता जग का कल्याण करने और भक्तों के संकटो को तारने धरती पर आती है।नौ दिनो तक माता सेवा में डूबकर लोग पुण्य के भागी बनते है और जींवन में सरलता ,सहजता और प्रेमव्यवहार का सूत्रपात करते है।

No comments