छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज धमतरी :- स्कूल खुलते ही बच्चों की आवाज की गूंज नजर आने लगी है, कोरोना संकट के 2 साल बाद अब ज्ञान के मंदिर में बच्चें स्...
धमतरी :- स्कूल खुलते ही बच्चों की आवाज की गूंज नजर आने लगी है, कोरोना संकट के 2 साल बाद अब ज्ञान के मंदिर में बच्चें स्वतंत्र रूप से अपना उज्जवल भविष्य तराशने निकल पड़े है। इसी बीच सत्र के शुरू होते ही निजी स्कूलों की मनमानी भी सामने आने लगी है, देखा जा रहा है कि जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को निजी आटो वेन में ठूस-ठूस कर भर कर ले जया जा रहा है। इसकी जानकारी होने पर भी एआरटीओ विभाग मौन साधे हुए है, कई वाहनों में तो ठेकेदार खटारा वाहनों को स्कूलों में चला रहे हैं। जिले के आसपास के गांवों में ऐसे वाहन धड़ल्ले से दौड़ते दिखाई देते है। ऐसा नहीं कि स्कूल संचालकों की इसकी जानकारी नहीं है ।वहीं अभिभावक भी मजबूरी में ऐेसे वाहनों से बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं। लेकिन यहां भी मानकों की अनदेखी की जा रही है।
खटारा वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे है। स्कूली बच्चों को ऐसे ही वाहनों से ले जाया जा रहा है, ऐसे में बच्चों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। स्कूल प्रबंधक समेत एआरटीओ द्वारा भी कार्रवाई नहीं की जा रही है और मौन साधे है ।
धमतरी में तो आटो वाले की मनमानी के साथ बच्चो को खिलौना जैसे ठूस ठूस कर व 15 -20 बच्चे बैठाते है जो बड़ी दुर्घटना को न्यौता दिया जा रहा है,
साथ ही पहिए की स्पीड थामने का नाम नही लेते गाड़ी चालक को इतनी भी चिंता नही की गाडियों में मासूम बच्चे बैठे है 7 सीटर की वैन में वाहन चालक 15 -20 छात्रों को बैठाकर स्कूल से लाने ले जाने का कार्य कर रहे हैं। इतना ही नहीं जिन वाहनों में बच्चे बैठकर जाते हैं, इसके अलावा वेन के ऊपर बैगों का ढेर लगा दिए जाते हैं, जिससे वैन पूरी तरह से ओवरलोड हो जाती है।
जिले में 10 साल से ऊपर के पेट्रोल और 15 साल के डीजल के वाहनों के संचालन पर पूरी तरह प्रतिबंध है। स्कूलों को भी सख्त हिदायत दी गई है। ट्रांसपोर्ट में केवल रजिस्टर्ड वाहनों को ही लगाया जा सकता है। इन वाहनों में भी नियमों का पालन करना होगा।
संपादक
प्रदीप गंजीर रायपुर (छ ग)
मो. 9425230709
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