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छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री का करीबी बता कर धड़ल्ले से चला रहा अवैध सट्टे का कारोबार,नेवई पुलिस के नाक के नीचे फल फूल रहा सट्टे का अवैध कारोबार

भिलाई: - इन दिनों दुर्ग जिले के नेवई थाना अंतगर्त क्षेत्र आने वाले मरोदा टंकी मज़ार के पास सट्टे का कारोबार पूरे शबाब पर है।कभी कांग्रेसी नेत...

भिलाई:- इन दिनों दुर्ग जिले के नेवई थाना अंतगर्त क्षेत्र आने वाले मरोदा टंकी मज़ार के पास सट्टे का कारोबार पूरे शबाब पर है।कभी कांग्रेसी नेता तो कभी पत्रकार बनकर हनुमान नायक राजनीति और पत्रकारिता की आड़ में इस अवैध और अनैतिक सट्टे के कारोबार को अपने ही सगे भाई भगवान नायक के जरिये चला रहा है।

आपको बता दे क़ी बीएसपी क़ी जमीन पर अवैध कब्जा कर खुद को गृहमंत्री का करीबी बताने वाला आदतन अपराधी अपने राजनीतिक रसूख और पत्रकारिता के दम पर अपने भाई के साथ मिलकर चाय क़ी दुकान क़ी आड़ मे सट्टे का अवैध कारोबार खुलेआम कर रहा है। जिसमे पुलिस क़ी कार्यशैली पर भी गंभीर सवालिया निशान खड़े होते है? नेवई थाने से महज 200 से 300 मीटर क़ी दूरी पर भगवान नायक और उसके भाई द्वारा खुलेआम सट्टे के कारोबार को अंजाम दे रहे है। लेकिन पुलिस उस पर लगाम लगाने के बजाय इस सटोरिये परिवार को संरक्षण देती नजर आ रही है?  कार्रवाई के नाम पर पुलिस इस कांग्रेसी पत्रकार सटोरिये से इतनी डरी हुई नजर आती है की कार्रवाई का नाम सुनते ही उसके हाथ पाव फूलने लग जाते है।


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तथा कथित कोंग्रेसी द्वारा खुद को गृहमंत्री का खास बताकर उसकी आड़ मे सट्टे का अवैध कारोबार किया जा रहा है।पूर्व मे इसके ऊपर सट्टे के नेवई थाने में और एक महिला के साथ छेड़छाड़ करने को लेकर 456,394  ,506,323 का अपराध सुपेला थाने मे  आपराधिक मामला दर्ज है। जिसे छुपाने और सट्टे का करोबार करने के लिए ही तथा कथित कोंग्रेसी पत्रकार सट्टोरिया गृहमंत्री का नाम बदनाम कर उसकी आड़ लेकर आराम से इस अवैध धंधे को संचालित कर रहा है। 

आए दिन सट्टे का विरोध करने वाले लोगों और पुलिस पर गृहमंत्री का नाम लेकर और उन्हीं के घर मे बुलाने का धौंस इसके द्वारा जमाया जा रहा है।जिसकी आडियो भी कई पत्रकारों के पास मौजूद है। वही सब कुछ जानकर भी पुलिस के आला अधिकारी इस सट्टे कारोबारी भाइयों के सट्टे कारोबार पर मौन है। जिससे पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे है।

वही मामले मे थाना प्रभारी नेवई की भी भूमिका संदिग्ध है?

 अपराधिक गतिविधिया होते ही पुलिस थाने का सूचना तंत्र तुरंत उन्हें विभिन्न क्रियाकलापो की जानकारी पहुँचा देता है परन्तु ये कैसे संभव है कि थाने से महज 200 से 300 मीटर की दूरी पर चल रहे सट्टे की जानकारी थाना नेवई को नहीं है?

या देखकर भी अनदेखा करने की कोशिश नेवई थाने द्वारा की जा रही है?

क्यों इस कोंग्रेसी सटोरिये और उसके भाई पर कार्रवाई से पुलिस इतना कतरा रही है?

या फिर मान लिया जाये की इस सटोरिये परिवार की राजनीतिक रसूख के आगे दुर्ग पुलिस नतमस्तक हो गई है?


वर्जन: मुझे अभी इस मामले की जानकारी नहीं है। आप ने जो बताया है उसकी जांच कराई जाएगी अगर सत्यता पाई जाती है, तो वहा के थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया जायेगा, दुर्ग पुलिस द्वारा सट्टे पर लगातार कार्रवाई की जा रही है और आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।

डॉ.अभिषेक पल्लव

पुलिस अधीक्षक दुर्ग

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