छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज मुकेश कश्यप कुरुद:- नगर सहित अंचल में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया ...
छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज
मुकेश कश्यप कुरुद:- नगर सहित अंचल में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भद्रा के साये व आशंका के बीच लोगो गुरुवार को लोगो ने अपने-अपने घरों में विधिवत पर्व मनाया।बहनों ने अपने भाइयों की कलाईयों पर प्रेम व विश्वास का धागा बांधकर व मिठाई खिलाकर त्यौहार की खुशियां बांटी।
कुछ लोगो ने आज शुक्रवार को इस पावन पर्व को मनाया,
सर्वविदित है कि रक्षाबंधन भाई और बहन के रिश्ते को फौलाद-सी मजबूती देने वाला एवं सामाजिक और पारिवारिक एकबद्धता एवं एकसूत्रता का सांस्कृतिक पर्व है।
ऐसा माना जाता है कि राखी के रंग-बिरंगे धागे भाई-बहन के प्यार के बन्धन को मजबूत करते हैं और सुख-दुख में साथ रहने का विश्वास दिलाते हैं। सगे भाई बहन के अतिरिक्त अनेक भावनात्मक रिश्ते भी इस पर्व से बँधे होते हैं जो धर्म, जाति और देश की सीमाओं से परे हैं। यही कारण है कि यह मानवीय सम्बन्धों की रक्षा के साथ-साथ राष्ट्रीयता को सुदृढ़ करने के संकल्पों का भी पर्व है।संबंध के महत्व हमारे देश में कई पर्व-त्योहारों में प्रतिबिंबित किया गया है। उनमें रक्षाबंधन सर्वोपरि है।धार्मिक एवं अलौकिक महत्व का यह त्योहार बहन भाई के स्नेह, अपनत्व एवं प्यार के धागों से जुड़ा है, जो घर-घर में भाई-बहिन के रिश्तों में नवीन ऊर्जा एवं आपसी प्रगाढ़ता का संचार करता है। भाई-बहन का प्रेम बड़ा अनूठा और अद्वितीय माना गया है। बहनों में उमंग और उत्साह को संचरित करता है, वे अपने प्यारे भाइयों के हाथ में राखी बांधने को आतुर होती हैं। बेहद शालीन और सात्विक स्नेह संबंधों का यह पर्व सदियों पुराना है। रक्षाबंधन का गौरव अंतहीन पवित्र प्रेम की कहानी से जुड़ा है।इस तरह रक्षाबंधन केवल धागों का नही आपसी रिश्ते ,प्रेम व अपनत्व की भावना को मजबूत करने , एक-दूसरे के प्रति कर्तव्य का बोध कराने व सहयोग भाव का निर्माण करने की सीख देता है।
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