छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज मुकेश कश्यप@कुरुद:- शासन द्वारा राज्य में विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए एवम शिक्षाकर्मी प्रथा को समाप्त करते हु...
छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज
मुकेश कश्यप@कुरुद:- शासन द्वारा राज्य में विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए एवम शिक्षाकर्मी प्रथा को समाप्त करते हुए लगभग 15000 नियमित शिक्षकों की भर्ती की गई है जिसके तहत व्याख्याताओं के अधिष्ठापन प्रशिक्षण के प्रथम चरण में जांजगीर-चाम्पा, बेमेतरा,कवर्धा,सुकमा,कांकेर जिलों से आए हुए 475 व्याख्याताओं को प्रशिक्षण देने का कार्य जिले के शिक्षाविद प्रकाश कुमार चंद्राकर व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परखंदा एवम अन्य जिले के साथियों द्वारा किया गया जिसके तहत व्याख्याताओं को स्कूल में दस्तावेजों के संधारण ,शिक्षकों के आचरण एवम अवकाश नियम पोक्सो एक्ट ,शिक्षा के विभिन्न नीतियों के बारे में जानकारी ,शिक्षक एक नेतृत्व कर्ता के रूप में, उपचारात्मक शिक्षण एवं विभिन्न शासकीय योजनाओं से संबंधित जानकारी ,नई शिक्षा नीति 2020 आदि जानकारियां,सूचना प्रौद्योगिकी का शिक्षा के क्षेत्र में योगदान,बेस्ट प्रक्टिसेस, तनाव प्रबंधन,की जानकारी प्रदान की गई।
उल्लेखनीय है कि विद्यालयों में जब शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है तो विद्यालय के संस्कृति को जानने के लिए एवं शालेय उद्देश्यों की पूर्ति के लिए विभागीय काम काज एवम प्रोटोकाल से अवगत कराने के दृष्टिकोण से शिक्षकों को अधिष्ठापन प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि विद्यालय में पहुंचने के पश्चात विद्यालय के कार्यों को भलीभांति समझ सके ।इसके पश्चात केवल सेवाकालीन प्रशिक्षण ही दिया जाता है।राज्य के सर्वोच्च अकादमिक संस्था एस सी ई आर टी द्वारा राज्यस्तर पर यह प्रथम अवसर है। पूरे 5 दिन तक चले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान एससीईआरटी के संचालक आईएएस श्री राजेश सिंह राणा तथा अतिरिक्त संचालक श्री योगेश शिवहरे सहायक प्राध्यापक एवं प्रकोष्ठ प्रभारी डॉक्टर विद्यावती चंद्राकर ने भी नवनियुक्त व्याख्याताओं को शिक्षण के अनेक गुर सिखाए इसी दौरान हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी जिला धमतरी के शिक्षाविदों के प्रदर्शन को संचालक एवम अन्य के द्वारा सराहा गया ।
प्रशिक्षण के अंतिम दिवस नव नियुक्त व्याख्याताओ ने अपने अपने प्रतिवेदनों के माध्यम से प्रशिक्षण को अनिवार्य, ज्ञानवर्धक और विभाग की मंशा अनुरूप शिक्षक तैयार करने के लिए आवश्यक बताते हुए इसे 5 दिन से बढ़ाकर कम से कम 10 दिनों का करने की इच्छा जाहिर करते हुए समस्त मास्टर ट्रेनर की सराहना की।इस प्रशिक्षण से प्राप्त पेडागोजी को प्रशिक्षार्थियों ने अपने अपने विद्यालयों में अमल करने की बात कहते हुए समस्त विभागीय दायित्व का पूरी निष्ठा से निर्वहन करते हुए एक उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में कार्य करना स्वीकार किया ।
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