छत्तीसगढ़ कौशल न्युज कुरुद:- वर्तमान में बढ़ती गर्मी के कारण बच्चों के ग्रीष्मावकाश को एक सप्ताह तक बढ़ाया गया है, जिसके चलते स्कूलों में बच...
कुरुद:- वर्तमान में बढ़ती गर्मी के कारण बच्चों के ग्रीष्मावकाश को एक सप्ताह तक बढ़ाया गया है, जिसके चलते स्कूलों में बच्चों की किलकारी देर से सुनाई देगी। लेकिन घर बैठे रचना त्मक कार्य से जोड़ने व उनकी कला को नया आयाम देने के लिए नगर के उत्साही, जुझारू व समर्पित शिक्षक मुकेश कश्यप द्वारा ग्रामीण अंचल के बच्चों के लिए एक सप्ताह के निशुल्क समर आर्ट क्लास का आयोजन ग्राम सेमरा डी में सफलतापूर्वक सम्पन्न कर उनके द्वारा एक मिशाल पेश की गई।
मिली जानकारी अनुसार विगत मई महीने में किरण पब्लिक स्कूल कुरुद में नगर के सभी स्कूलों के बच्चों को एक साथ जोड़कर उनकी कलात्मकता को उभारने के लिए 23 दिवसीय समर आर्ट क्लास के द्वारा शिक्षक मुकेश कश्यप ने अपनी एक पहचान बनाई थी । जिससे प्रभावित होकर ग्रामीण अंचल के बच्चों ने भी इसी तरह के रचनात्मक कैम्प को गांव में भी लगाने के लिए मुकेश जी को आमंत्रित किया था। बच्चों की इसी लगन व मेहनत को सलाम करते हुए उन्होंने इसे एक सप्ताह तक सेमरा डी में निशुल्क लगाने का फैसला किया।
सप्ताह भर चले इस आर्ट क्लास में प्रथम दिन मुकेश कश्यप ने इस प्रशिक्षण में शामिल बेटियों का तिलक व चरण वंदन कर कार्यक्रम की शुरुआत की थी। उन्होंने प्रथम दिवस प्रेजेंटेशन स्किल, द्वितीय दिवस ड्राइंग आर्ट ,तृतीय दिवस सिंगिग आर्ट ,चतुर्थ दिवस खेल आर्ट ,पंचम दिवस डिजाइनिंग आर्ट, छटवे दिन सामान्य ज्ञान स्कील व सातवे एवं अंतिम दिन पर्सनालिटी डेवलपमेंट के तहत बेटियों में ज्ञान के नए आयाम को विकसित करने व उनकी रचनात्मकता को नया आकार देने अनुकरणीय पहल की। उन्होंने अंतिम दिवस सभी बेटियों का तिलक व चरण वंदन कर पूरे सात दिवस तक उत्कृष्ट तरीके से कलाओं को सीखने वाली होनहार बेटियों का सम्मान पुरस्कार देकर किया।
बेटियों ने बताया कि उन्होंने पूरे सात दिवस तक रोज नई-नई चीजो को सीखा है। बेटियों का कहना है कि इस एक हप्ते में मुकेश सर जी ने हम सबको नई - नई चीजो से जोड़ने का अवसर प्रदान किया। उनका पिता तुल्य स्नेह हम सभी को प्राप्त होता रहा। ग्राम की बेटियों ने मुकेश कश्यप को इस निशुल्क माध्यम से ज्ञान की धारा में जोड़ने के किये धन्यवाद ज्ञापित कर अपनी ओर से गिफ्ट व स्मृति चिन्ह भेंटकर अपनी गुरुभक्ति पेश की। श्री मुकेश ने बताया कि वे हमेशा से ही बच्चों को नई-नई चीजो को सिखाने पर जोर देते रहे है ,साथ बच्चों को रचनात्मक कार्य से जोड़ना उनकी पहली पसंद रही है।उन्होंने इस पुण्य कार्य को आने वाले समय मे भी जारी रखने की बात पर बल दिया। मुकेश कश्यप की इस मेहनत व समर्पण की तारीफ पूरे ग्राम में हुई व पालकों ने उन्हें एक अच्छा शिक्षक ही नही अपितु एक अच्छा मार्गदर्शक प्रेरक व इंसान बताया।
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