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फादर्स डे पर बच्चों ने मनमोहक चित्रकला से मोहा मन

छत्तीसगढ़ कौशल न्युज कुरुद:- रविवार को फादर्स डे के अवसर पर प्रतिभावान बच्चों ने मनमोहक चित्रकला से सबका दिल जीत लिया। नगर के शिक्षक मुके...

छत्तीसगढ़ कौशल न्युज

कुरुद:- रविवार को फादर्स डे के अवसर पर प्रतिभावान बच्चों ने मनमोहक चित्रकला से सबका दिल जीत लिया। नगर के शिक्षक मुकेश कश्यप के मार्गदर्शन में बच्चों ने इस आर्ट डिजाइन के माध्यम से पिता के महत्व व उनके समर्पण का वर्णन किया।विदित है कि मुकेश कश्यप द्वारा लगातार ऑनलाइन व्हाट्सएप ग्रुप द्वारा बच्चों को विभिन्न अवसर पर नई-नई तकनीक सिखाई जा रही है। चूंकि भीषण गर्मी के कारण बच्चों का स्कूल आना बंद है , लेकिन समर ऑनलाइन आर्ट वर्क जारी है।जिसके तहत रविवार को शिक्षक मुकेश कश्यप ने ग्रुप के माध्यम से फादर्स डे के महत्व का वर्णन किया। उन्होंने बच्चों को बताया कि प्रतिवर्ष पूरे विश्व मे जून महीने के तीसरे रविवार को पिता के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और उनके प्रति कृतज्ञता को जाहिर करने के लिए बच्चों के द्वारा हर साल 'फादर्स डे' मनाया जाता है।पिता के प्रेम और कर्तव्यों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है।तथ्यों के आधार पर कहा गया है कि अमेरिका निवासी सोनोरा स्मार्ट डोड नाम की महिला ने ‘फादर्स डे’ मनाने का प्रस्ताव पेश किया था।जिसको लोगों ने पहले स्वीकार नहीं किया था और डोड पर हास्यास्पद कमेंट करके उनका उपहास भी उड़ाया था. लेकिन कुछ समय के बाद लोगों ने डोड के प्रस्ताव और पिता के महत्त्व को समझा और तब से जून महीने के थर्ड संडे को ‘फादर्स डे’ मनाया जाने लगा।कहा जाता है कि सोनोरा स्मार्ट डोड जब बहुत छोटी थीं तब उनकी मां का आकस्मिक निधन हो गया था. जिसके बाद उनके पिता विलियम स्मार्ट ने ही उनकी और उनके भाई-बहनों की देखभाल की थी. एक दिन चर्च में बिशप ने मातृत्व शक्ति पर काफी बड़ा उपदेश दिया था. जिसके बाद डोड ने सोचा कि ऐसा ही सम्मान पिता को भी मिलना चाहिए।जिसके बाद डोड ने स्पोकेन मिनिस्टीरियल एलायंस से संपर्क किया। उन्होंने अपने पिता के जन्मदिन के अवसर पर, 5 जून को दुनिया भर के पिताओं को सम्मानित करने के लिए फादर्स डे के रूप में मान्यता देने की बात कही. जिसके बाद 19 जून 1909 को पहली बार डोड ने फादर्स डे मनाया था।

     मुकेश कश्यप ने बच्चों को बताया कि वैसे तो माता-पिता के प्रेम और समर्पण को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. लेकिन पिता के प्यार और बलिदान के महत्त्व को समझने और उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए हर साल ‘फादर्स डे’ मनाया जाता है. इस अवसर पर लोग अपने पिता को उपहार भेंट करते हैं और अपने पिता की पसंद और अपनी स्थित के अनुसार इस दिन को मनाने का प्रयास करते हैं।

        बच्चों ने फादर्स डे के अवसर पर मनमोहक चित्रकला बनाकर ग्रुप में शेयर करते हुए सबका दिल जीत लिया।बच्चों के लिए किए जा रहे समर्पित सेवा के लिए आमजन द्वारा मुकेश कश्यप की प्रशंसा हो रही है।

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