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हरे-भरे पौधे लगाकर व ड्राइंग बनाकर नन्हे-मुन्हे बच्चों ने दिया पर्यावरण संरक्षण का सन्देश

  छत्तीसगढ़ कौशल न्युज कुरुद:- नगर के शिक्षक मुकेश कश्यप के मार्गदर्शन में बच्चों ने घरों में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण कर पर्...

 

छत्तीसगढ़ कौशल न्युज

कुरुद:- नगर के शिक्षक मुकेश कश्यप के मार्गदर्शन में बच्चों ने घरों में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी सहभागिता पर बल दिया। मुकेश कश्यप के मार्गदर्शन में विगत दिनों किरण पब्लिक स्कूल कुरुद में नगर के सभी स्कूलों के बच्चों को एक साथ जोड़कर समर आर्ट क्लास का सफलतापूर्वक संचालन हुआ था जिसकी तारीफ पालकों व छात्र वर्ग ने की थी।इसी क्रम में मुकेश कश्यप ने उन्ही सभी बच्चों की रचनात्मक गतिविधियों को जारी रखने के लिए लगातार विशेष आयोजन कर रहे है।कल कबीरदास जी की जयंती पर उन्होंने ड्राइंग स्पर्धा रखी था जबकि आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उन्होंने बच्चों को घरों में पौधे लगाने व पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों पर ड्राइंग स्पर्धा का आयोजन किया।जिसमें सुबह से बच्चों ने अपने-अपने घरों में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी भागेदारी को बल दिया ।वहीं ड्राइंग में भी बच्चों ने मनमोहक ड्राइंग द्वारा सबका दिल जीत लिया।सम्पूर्ण आयोजन समर आर्ट क्लास के वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जारी है।

       मुकेश कश्यप जी ने विश्व पर्यावरण दिवस के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1973 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है पहली बार 1973 मे मनाया गया था।वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानव पर्यावरण विषय पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन किया गया था। इसी चर्चा के दौरान विश्व पर्यावरण दिवस का सुझाव भी दिया गया और इसके दो साल बाद, 5 जून 1974 से इसे मनाना भी शुरू कर दिया गया।1987 में इसके केन्द्र को बदलते रहने का सुझाव सामने आया और उसके बाद से ही इसके आयोजन के लिए अलग अलग देशों को चुना जाता है। इसमें हर साल 143 से अधिक देश भाग लेते हैं और इसमें कई सरकारी, सामाजिक और व्यावसायिक लोग पर्यावरण की सुरक्षा, समस्या आदि विषय पर बात करते हैं।

     मुकेश कश्यप जी ने बताया कि पर्यावरण को सुधारने हेतु यह दिवस महत्वपूर्ण है जिसमें पूरा विश्व रास्ते में खड़ी चुनौतियों को हल करने का रास्ता निकालता हैं। लोगों में पर्यावरण जागरूकता को जगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित विश्व पर्यावरण दिवस दुनिया का सबसे बड़ा वार्षिक आयोजन है। इसका मुख्य उद्देश्य हमारी प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों को देखना है।

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