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मिसाल: विधवा बहु की ससुर ने कराई दूसरी शादी, पिता बनकर किया कन्यादान

  छत्तीसगढ़ कौशल न्युज यशवंत गंजीर कुरूद:- कोरोना काल में बेटे की मौत के बाद से दुखी रहने वाली बहु का ससुर ने दूसरी शादी करायी है। ससुर ने अ...

 



छत्तीसगढ़ कौशल न्युज

यशवंत गंजीर कुरूद:- कोरोना काल में बेटे की मौत के बाद से दुखी रहने वाली बहु का ससुर ने दूसरी शादी करायी है। ससुर ने अपने समधी (बहु के पिता) के साथ लड़का खोज कर बहू की सिर्फ शादी ही नहीं करायी, बल्कि कन्यादान कर पिता का फर्ज निभाया। वहीं 12 व 7 साल के अपने दो नातिनों को बेटे की याद के रूप में अपने पास रखा भी है। 

      तहसील साहू समाज भखारा अंतर्गत ग्राम जोरातराई(सिलौटी) में बुधराम साहू ने अपनी विधवा बहू कामिनी साहू (32 वर्ष) का कन्यादान कर अनूठी मिसाल पेश किया। ससुर ने समाजिक पदाधिकारियों एवं प्रबुद्धजनों की उपस्थिति में बहू का कांकेर जिला के पोटगांव निवासी राजेश साहू के साथ जयमाला विवाह संपन्न कराया और कन्यादान कर पिता का फर्ज निभाया। श्री साहू ने बताया कि पुत्र की मृत्यु के बाद बहूकाफी उदास रहने लगी थी। इसको लेकर सभी परिवार वालों को चिंता होने लगी। सभी परिवार वालों के रजामंदी के बाद विधवा बहू को पुत्री समान कन्यादान कर सुखमय जीवन के लिए दुबारा शादी सम्पन्न कराया । ससुराल पक्ष की ओर से उठाये गए इस कदम का पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है।

कोरोना काल मे हुआ था पति की मौत:---

ग्रामीण चोवा राम गंजीर, हिरामन साहू ने बताया कि बुधराम साहू के पुत्र अमरूद साहू का कोरोना काल मे 35 वर्ष की अल्पायु में निधन हो गया। वे इस दौरान अपने पत्नी व दो बेटियों के साथ भोपाल में पेटी ठेकेदार का काम करता था। समय ऐसा था कि परिवार अपने मृत बेटे की अंतिम दर्शन भी नही कर पाए थे। बाद में बहु और दो नातिनों को बुधराम ने अपने समधी खोमनलाल की मदद से अपने गांव लाया। आज दोनों परिवार की रजामंदी पश्चात उत्तर बस्तर कांकेर निवासी स्व जाति समाज के युवा से उसकी दूसरी शादी कराई है।

पति के मौत के बाद उदास रहती थी कामनी:---

पति के मौत के बाद से कामनी उदास रहने लगी।उसके ससुर व पिता के अलावा घर के सदस्यों की ओर से खुशहाल रखने की कोशिश किया जाता रहा, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। विधवा बहु कामनी को जीवन में खुशहाल न देखकर ससुर ने अपने बहू के शादी अन्य जगह पर कराने का निर्णय लिया। लड़का खोजने की सिलसिला शुरू कर दिया और उसकी शादी कराई। इस अवसर पर तहसील साहू समाज अध्यक्ष कामता साहू, ग्रामीण अध्यक्ष तेजराम साहू, सचिव दानीराम साहू, उपाध्यक्ष बसंत साहू, बालोद के समाजिक पदाधिकारी डी आर हिरवानी, परिवारजन भारत साहू, माधो साहू, कान्हा साहू, तिरेन्द्र साहू आदि उपस्थित थे।

 कामनी के बेटियों को अब ससुर का सहारा:---

उल्लेखनीय है कि ससुर बुधराम के दो पुत्र (अमरूद व दीनू साहू) थे। बीमारियों के चलते अल्पायु में ही उनकी मौत हो गई है। जिनमे से कामनी और अमरूद की 12 व 7 साल की दो पुत्री है। जिसे उसके ससुर बुधराम ने अपने पुत्र के अमानत को अपने पास रख विधवा बहु की विदा कर दी है।अब कामनी के दोनों बेटियों को उनके ससुर का सहारा है। हालाकि उन दोनों बेटियों को अपने मां नई ससुराल में आने-जाने की हामी समाजजनों उनके नई पति राजेश साहू व उनके परिजनों से कराई है।

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