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पटवारी मांगे रिश्वत

  छत्तीसगढ कौशल न्युज धमतरी:- जिले से लगा ग्राम पंचायत में पदस्थ अंगद के पांव की भाँति पटवारी द्वारा भ्रष्टाचार का तांडव कर अपने पद व पावर क...

 

छत्तीसगढ कौशल न्युज


धमतरी:- जिले से लगा ग्राम पंचायत में पदस्थ अंगद के पांव की भाँति पटवारी द्वारा भ्रष्टाचार का तांडव कर अपने पद व पावर का जमकर दुरूपयोग किया जा रहा है। ग्राम शंकरदाह में पदस्थ पटवारी दीपक नेताम  द्वारा अपने हल्का क्षेत्र में बेखौफ होकर भ्रष्टाचार का तांडव किया जा रहा है जिससे ग्रामीण हितग्राही बेहद परेशान है पटवारी की कितनी भी गंभीर शिकायत क्यों न हो कार्यवाही के नाम पर इनके अधिनस्थ अधिकारियों द्वारा अगल-बगल के पटवारी हल्का में इन्हे पदस्थ कर दिया जाता है।

चुकी ये अपने अधिनस्थ अधिकारियों के कृपा पात्र होते है इसलिए इन पर ठोस कार्यवाही न करना इनके फितरत में है उच्च अधिकारियों द्वारा समाचार पत्रों में आदेश निर्देष जारी कर मात्र सुर्खिया बटोरने का कार्य ही किया जाता है जबकि जमीनी स्तर पर यह जानने की कभी कोशिश नहीं की जाती कि उनके अथवा शासन के आदेशो का पालन हो रहा है या नहीं ग्रामीणों की शिकायत पर कोई ठोस दण्डात्मक कार्यवाही नहीं की जाती है सभी शिकायत दफ्तरों में पड़ी धूल खा रही होती है बल्कि कभी-कभी उल्टे शीकायतकर्ता को ही अधिकारि यों के प्रकोप का शिकार होना पड़ता है।

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ग्राम हरफ तराई में 2/४/2020 को रोड़ से लगा हुआ जमीन 22 से 25 डिसमिल जमीन पट्टे के आधार पर जानकी और पूरे परिवार से तहसील स्टाम्प लिखा नोटरी कर लिया गया था जिसमे साफ अक्षरो  पट्टे कार्ड में कालम 3 में लिखा हुआ है की खरीदी बिक्री किया जा सकता है। पर पटवारी वाले जमीन के बारे में हल्का क्रमांक ..... पटवारी दीपक नेताम से चर्चा किया गया जिसमे पट्टे की जमीन 

इस पटवारी महोदय की हकीकत जानने के लिए जब एक पत्रकार अपने जमीन का नजरी नक्शा बनाने के लिए पूछा गया तो पटवारी के द्वारा कहा गया की मेरे कोतवाल से बात कर लो पर यहां नही बाहर में क्या देना लेना है आप बात कर लीजिए मांगे  समुंद्र का 1गिलास इसका क्या मांग  50, 000रु मांग किया गया करने कहा गया जिससे 


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रायगढ़ विधानसभा से निर्वाचित वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने पटवारियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली पर पिछले दिनों सवाल उठाते हुए इन्हे अपना रवैय्या बदलने की हिदायत दी गई थी इसके बावजूद सत्ता परिवर्तन के बाद भी अधिकारी कर्मचारियों केे रवैय्ये में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है इस प्रषासनिक आतंकवाद को ध्वस्त करने के लिए सरकार को निष्चय ही कड़े कदम उठाने होंगे।

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