दुर्ग :- दुर्ग जिले में काफी समय से लगातार स्थानांतरण के बाद अधिकारी कर्मचारियों की कुर्सी ना छोड़ने की शिकायत आती रहती है। ताजा मामला राजस्...
दुर्ग:- दुर्ग जिले में काफी समय से लगातार स्थानांतरण के बाद अधिकारी कर्मचारियों की कुर्सी ना छोड़ने की शिकायत आती रहती है। ताजा मामला राजस्व निरीक्षक के स्थानांतरण से जुड़ा हुआ है।
जहां कलेक्टर एसडीएम और तहसीलदार के आदेश के बाद भी सिकोला की राजस्व निरीक्षक गीता देवांगन और उतई के राजस्व निरीक्षक शेषनारायण दुबे द्वारा अपना प्रभार नव पदस्थ राजस्व निरीक्षकों को नहीं दिया जा रहा है।पूर्व में दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने आदेश जारी कर लंबे समय से एक ही जगह पर जमे राजस्व निरीक्षकों का तबादला अलग अलग जगह किया था पर राजस्व निरीक्षकों के कुर्सी प्रेम के आगे दुर्ग कलेक्टर,अनुविभागीय दंडाधिकारी और तहसीलदार का आदेश की छोटा होता हुआ दिखाई दे रहा है,,
राजस्व निरीक्षक गीता देवांगन भारमुक्त होने के बावजूद भी अपना प्रभार स्थानांतरित हुए नए राजस्व निरीक्षक को देने के लिए तैयार नही है,,वही दूसरी ओर उतई में पदस्थ राजस्व निरीक्षक शेष नारायण दुबे जिनके पास 5 जगहों का प्रभार है वह भी अपना प्रभार दूसरे राजस्व निरीक्षक को सौपने के लिए तैयार नही है,,
जिससे कही न कही राजस्व निरीक्षकों का कुर्सी प्रेम दिखा रहा है,,वही दुर्ग कलेक्टर,अनुविभागीय अधिकारी और तहसीलदार के आदेश की अवहेलना खुले तौर से कर रहे है,,जबकि अनुविभागीय अधिकारी ने तहसीलदार को प्रभार दिलाने के संबंध में और ऐसा न करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की अनुशंसा करने के लिए तहसीलदार को पत्र प्रेषित भी कर चुके है,,ये दोनों राजस्व निरीक्षक आदेश को संशोधित करवाने के लिए राजनेताओं के घरों के चक्कर भी काट रहे है ताकि उनका प्रभार किसी और को सौपा न जा सके,,
अब देखना यह है कि क्या अब भी उच्चाधिकारी मौन धारण किए रहते है या प्रशासनिक चुस्ती दिखाते हुए कठोर कार्यवाही उक्त राजस्व निरीक्षकों के ऊपर करते है।
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