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वरिष्ठ वकील ने किया फेसबुक पर पोस्ट: अपना बैंक खाता बंद कर रहा हूं, जानें क्या है पूरा मामला

छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज  रायपुर । छत्तीसगढ़ के सबसे वरिष्ठ वकील, और भूतपूर्व महाधिवक्ता कनक तिवारी ने आज फेसबुक पर पोस्ट किया है - स्टेट बैंक क...


छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज 

रायपुर । छत्तीसगढ़ के सबसे वरिष्ठ वकील, और भूतपूर्व महाधिवक्ता कनक तिवारी ने आज फेसबुक पर पोस्ट किया है - स्टेट बैंक की ग्राहक सेवाओं से बहुत खुश होकर आज मैं अपना खाता वहां बंद कर रहा हूं। इस पर एक कार्टूनिस्ट काजल कुमार ने किसी हाईवे पर लगे इस पोस्टर की फोटो पोस्ट की है जो कि स्टेट बैंक के कर्मचारियों के बर्ताव से दुखी लोगों का छपवाया हुआ है ।सोशल मीडिया वैसे भी स्टेट बैंक के लोगों के बर्ताव के खिलाफ जनता के दुख-दर्द से भरे रहता है, और कनक तिवारी की पोस्ट पर दर्जनों लोगों ने स्टेट बैंक से अपनी तकलीफ का जिक्र किया है। एक ने लिखा कि उन्होंने वहां की सेवाओं से खुश होकर 25 साल पहले अपने अपना खाता बंद कर दिया था जो कि उनके जीवन का पहला खाता था और उससे उन्हें भावनात्मक लगाव भी था।

एक दूसरे व्यक्ति ने लिखा कि कनक तिवारीजी का खाता बंद करने पर एसबीआई को बधाई, एक सम्माननीय ग्राहक का विकेट गिरा दिया, मैं जब इस बैंक में जाता हूं तब बड़े सहमे और विनीत भाव लिए कि कहीं अपमानित होकर बाहर ना आना पड़े। एक ने लिखा कि सच ही स्टेट बैंक में ग्राहक सुविधाओं का बहुत बुरा हाल है। एक ने लिखा कि यह खुशी के आंसू हैं, जिसे और लोग भी बहाना चाहते हैं। एक बुजुर्ग पेंशनर ने लिखा कि स्टेट बैंक का खाता तो मैं भी बंद करना चाहता हूं लेकिन मजबूर हूं कि पेंशन उसी खाते से मिलती है। उनकी सेवाएं इतनी प्रशंसनीय है कि मुझ जैसे 88 बरस के वृद्ध को भी पेंशन के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ता है।

एक का कहना है कि इस बैंक को सबसे पहले प्राइवेट सेक्टर में डालना चाहिए। एक अन्य व्यक्ति ने लिखा कि मैं दो बार खाता खुलवाने स्टेट बैंक का गया लेकिन उन्हें प्यार की भाषा नहीं आती, कुछ समझ नहीं आता, इनके लिए ग्राहक भगवान नहीं इरिटेशन है। एक व्यक्ति ने लिखा- यह काम आपने बहुत देर से किया मैं 14 वर्ष पहले कर चुका हूं। एक व्यक्ति का कहना है यह तो पता है कि आदमी देखकर व्यवहार करते हैं, लेकिन आप जैसे व्यक्तित्व के साथ ऐसा कुछ किया है यह स्टेट बैंक के लिए धब्बा है। मैंने गांव देहात के लोगों के साथ बहुत बदतमीजी और बुरा बर्ताव करते हुए देखा है जबकि सरकारी अफसरों और सेठ लोगों से अलग व्यवहार किया जाता है। जिनका कद काठी रंग रूप उजला हो उनसे अलग व्यवहार करते हैं।

एक ने कनक तिवारी को लिखा कि सर यह पोस्ट हटा दीजिए मोदी की नजर पड़ गई तो शिकायत का निवारण करने के नाम पर इसको बेच देगा। बिलासपुर के एक व्यक्ति ने लिखा कि वहां पर स्टेट बैंक की अलग-अलग ब्रांच का अलग-अलग अनुभव है, मेन ब्रांच सबसे खराब है। एक और व्यक्ति ने लिखा कि मेरा खाता बैंक ऑफ महाराष्ट्र में है लेकिन यहां की भी खराब सेवा देखकर खाता बंद करने की इच्छा हो रही है। 

एक और ने शंका जताई कि इतने बड़े पैमाने पर इतने लंबे समय से सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक से जुड़े लोगों की शिकायतों पर काम न होना एक साजिश लगती है यही सब बातें उसे बेचने का आधार बनेगी। एक और ने लिखा हम लोग भी उनकी सेवाओं से बहुत खुश हैं इतना खुश हैं कि कोई विकल्प मिलते ही उन से मुक्त हो जाएं। लेकिन एक और व्यक्ति का यह कहना है कि यह सेंट्रल बैंक से तो फिर भी अच्छा है।

    संपादक

प्रदीप गंजीर ( छ. ग.)

मो. 9425230709

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