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आंगनबाड़ी में शिक्षा कार्यक्रम का दिया गया प्रशिक्षण

  छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज मुकेश कश्यप कुरूद:- स्कूल शिक्षा विभाग का अंगना में शिक्षा कार्यक्रम जन समुदाय का अभिन्न हिस्सा बन गया है।विकासखण्ड ...

 

छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज

मुकेश कश्यप कुरूद:- स्कूल शिक्षा विभाग का अंगना में शिक्षा कार्यक्रम जन समुदाय का अभिन्न हिस्सा बन गया है।विकासखण्ड कुरुद में राज्य परियोजना कार्यालय के दिशानिर्देश पर अंगना म शिक्षा कार्यक्रम का प्रशिक्षण विकासखण्ड के 40 संकुलों के प्राथमिक शाला में अध्यापन करने वाले महिला शिक्षको को दिया गया जिसमें मुख्य अवधारणा कि "माता ही किसी बच्चे की प्रथम गुरु होती है" विषय पर शिक्षको को जानकारी दी गयी।अंगना म शिक्षा कार्यक्रम में कुरुद की सभी महिला शिक्षकों द्वारा बढ़-चढ़कर इसमें सहभागिता की गई एवं मेले का आयोजन कर छोटे बच्चों की माताओं को गतिविधियां कराते हुए घर के संसाधनों से ही सिखाने की शुरुआत का प्रशिक्षण दिया गया। 

मास्टर ट्रेनर श्रीमती आरती पटेल और श्रीमती शिप्रा कन्नौज ने सफलतापूर्वक ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया ,कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ शुरू हुई , बीईओ एफएम कोया विकासखण्ड स्रोत समन्वयक राजेश पाण्डेय, नगरी गाइड से नरेंद्र देवांगन द्वारा अंगना म शिक्षा के मूल उद्देश्यों से प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया, प्रशिक्षण के आयोजक कुरूद बीआरसीसी राजेश पांडे ने अपने चिर परिचित हास्य कविता से सभी को गुदगुदा दिया, सभी शिक्षिका साथियों ने विभिन्न गतिविधियां करी और अपने संकुल स्तर पर किए जाने वाले कार्यों का विवरण दिया ,घरेलू जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं और खिलौनों से बच्चे परिचित रहते हैं, और अपनी पृष्ठभूमि से जुड़े रहते हैं ।

माताएं भी अपने घरेलू कार्य को करते हुए ,अतिरिक्त समय दिए बिना और बिना किसी खर्च के इस कार्यक्रम को सफल बना रही है सामुदायिक संरक्षण और उनकी योग्यता का सम्मान मिलने पर काफी उत्साहित है, उनमें आत्मविश्वास बढ़ रहा है और वे गीत गाकर और अपनी छुपी हुई प्रतिभा दिखा रही है ,स्वस्थ वातावरण में नैनिहालो के सुंदर भविष्य को लेकर, यह कार्यक्रम अपनी सफलता के परचम जमा रहा है, पूरे परिवार ,बुजुर्ग और पुरुष समुदाय वर्ग ,भी अभी सामर्थ्य अनुसार सहयोग करते हैं ,और स्वयं बच्चों को विभिन्न गीत ,कविता ,कहानी और गतिविधियां कराते हैं, माता तो सर्वत्र पूजनीय होती है ,वे अपनी साख ,नेतृत्व कौशल योग्यता जिम्मेदारी ,लगनऔर पूर्ण समर्पण के साथ, डिजिटल युग के स्मार्ट तकनीक, को अपनाकर छत्तीसगढ़ की प्रगति में अपना विशेष योगदान दे रही हैं।

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