छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज कुरुद:- विधानसभा सत्र के दौरान कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने आदिवासी दिवस पर अवकाश का विरोध करते हुए इसे राजनीति कहा। ...
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कुरुद:- विधानसभा सत्र के दौरान कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने आदिवासी दिवस पर अवकाश का विरोध करते हुए इसे राजनीति कहा। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुरूद मंडी अध्यक्ष व जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता नीलम चंद्राकर ने कहा है कि कुरूद विधायक लगातार आदिवासियों का अपमान कर अपनी मर्यादा लांघ रहे है, इसके पहले की उन्हें जनता का आक्रोश झेलना पड़े अपने बयान को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए।
विश्व आदिवासी दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवा सियों के सम्मान में अवकाश की घोषणा की है, प्रदेश के मुखिया जब आदिवासियों का सम्मान कर रहे तो कुरूद विधायक के पेट में दर्द होना समझ से परे है। विश्व आदिवासी दिवस हमारे आदिवासी भाइयों के अधिकारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस दिन पूरे प्रदेश भर के विभिन्न क्षेत्रों में आदिवासी समाज द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर अपनी सभ्यताओं और रीति-रिवाजो को उत्सव के रूप में मनाते हुए सामूहिक रूप से खुशियों का इजहार करते है।
सीएम ने अवकाश की घोषणा कर आदिवासी भाईयों को खुले दिल से खुशी मनाने का मौका दिया है लेकिन आदिवासी समाज की खुशी कुरूद विधायक की आंखों में खटक रही है। आदिवासियों से झूठे वादे कर 15 साल तक सत्ता में रही भाजपा को हर वर्ग ने नकार दिया है, सत्ता जाने से छटपटाहट इतनी अधिक बढ़ गयी है कि समाज के हित में लिए जा रहे निर्णय भी भाजपा नेताओ को रास नहीं आ रहे है। कुरूद विधायक तो आदिवासियों का लगातार अपमान कर अपना आदिवासी विरोधी चेहरा उजागर कर रहे है, इससे उनकी आदिवासी विरोधी मानसिकता स्पष्ट हो चुकी है। कुछ दिन पहले ही उन्होंने प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी मंत्री के लिए घटिया शब्दो का इस्तेमाल कर अपमान किया था, उस कृत्य के लिए अब तक आदिवासी समाज ने कुरूद विधायक को माफ नही किया है, उपर से आदिवासी दिवस के अवकाश का विरोध कर आदिवासी समाज का अहित साधने की कोशिश कुरूद विधायक ने की है, इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। आदिवासी समाज का सम्मान करना पूरी भाजपा पार्टी को सीएम भूपेश बघेल से सीखना चाहिए।
उन्होंने सत्ता सम्हालते ही अनेक योजनाएं बनाकर उसका सीधा लाभ आदिवासी भाईयों को देने का काम किया है। आदिवासियों का सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। वनोपज खरीदी हो या वन अधिकार पट्टा वितरण आदिवासी समाज को आगे बढ़ाने भूपेश सरकार द्वारा लगातार काम किया जा रहा, इसका खुले दिल से स्वागत कुरूद विधायक को करना चाहिए, तभी 15 सालों तक आदिवासियो से जो छल भाजपा सरकार ने रहते उन्होंने किया उसका प्रायश्चित होगा।
संपादक
प्रदीप गंजीर रायपुर (छ ग)
मो. 9425230709
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