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धमतरी के सेमरा (सी) गांव में हफ्ते भर पहले मनाई गई दीवाली, प्राचीन मान्यताओं का किया गया निर्वहन

  छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज मुकेश कश्यप@धमतरी:- वैसे तो रौशनी का त्यौहार दीपावली आने वाले 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी पर अपने अनोखे दस्तूर के चलते ध...

 

छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज

मुकेश कश्यप@धमतरी:- वैसे तो रौशनी का त्यौहार दीपावली आने वाले 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी पर अपने अनोखे दस्तूर के चलते धमतरी जिले के ग्राम सेमरा सी के लोगो ने मंगलवार को ही यह पर्व मना लिया है।सप्ताह भर पहले ही त्यौहार मनाने सदियो की इस परम्परा का निर्वहन मौजूदा पिढिया भी कर रही है।अब वो चाहे फागून का हो या फिर दशहरा दिवाली बिना यह माने कि एसी आस्था है कि इस लकीर को तोडने की जूर्रत करने पर कोई ना कोई अनहोनी जरुर होती है।बाद इसके दिगर जगहो से अलहदा त्यौहार मनाने का ये तरिका अब इस गाॅव की पहचान बन चुका है।जिसे देखने हर मौके पर लोग दूर दूर से आते है।

      मिली जानकारी के अनुसार धमतरी से करीब 50 किमी दूर इस गाॅव मे हफतेभर पहले ही त्यौहार मनाने का अनोखा दस्तूर है अब वो चाहे फागून का हो या फिर दशहरा दिवाली इस दस्तूर के अतीत मे छिपी है एक दास्तॅा कि सदियो पहले गाॅव के देवता सिदार ने सपने मे कहा था कि हर त्यौहार मनाने के पहले उन्हे हूमधूप देना जरुरी है जिसके चलते आज भी गाॅव के लोग अपने गाॅव के देवता को खूश करने हर त्यौहार हफतेभर पहले मनाते आ रहे है जो अब एक परम्परा बन गई है।

भले ही आज के जमाने के लोग इस पर यकिन ना करे लेकिन .बताया जाता है कि एैसा नही करने से उनके उपर आफत आ सकती है।जबकि सदियो से चली आ रही इस परम्परा को यूवा वर्ग भी अन्धविष्वास के बजाए आस्था से जोडकर देखता है।और इसे आगे सन्जोऐ रखने का यकिन दिलाती है।उनकी माने इसी दस्तूर के बहाने उन्हे अपने रिश्तेदारो से मिलने और मेहमाननवाजी का मौका मिल जाता है,जो यॅहा त्यौहार देखने आते है।

       वैसे तिथि से पहले त्यौहार मनाऐ जाने की वजह से ये गाॅव भी काफी मशहूर हो गया है जिसे देखने लोग दूरदराज से आते है।त्यौहार के तौरतरिको के बारे मे इस.गाॅव की महिलाऐ का कहना दिगर जगहो की तरह ही अलसूबह से वे इसकी तैयारी मे लग जाती है और शाम तक उनका घर सज सॅवर जाता है।बाद इसके पूजापाठ के साथ पूरा परिवार ओर गाॅव खूशी के उत्सव मे शामिल हो जाता है।बहरहाल सेमरा सी मे अनोखी दिवाली का आनंद उठाने के लिए दूर दूर से लोग पहुचे थे।18 तारीख को लक्ष्मी पूजा और 19 अक्टूबर को यानी आज गोवर्धन पूजा है।गांव मे दिवाली को लेकर दिनभर उत्साह का महौल रहा बच्चे बूढे खूब फटाखा फोडे।घर-घर जाकर लोग एक दूसरे को दिवाली की बधाई दी और मिठाईया खिलाई गई।

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