दुर्ग :;सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ विपणन वर्ष 2022 - 23 में उपार्जन केंद्रों से कस्टम मिलिंग के माध्यम से धान के सीधे एवं त्व...
दुर्ग:;सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ विपणन वर्ष 2022 - 23 में उपार्जन केंद्रों से कस्टम मिलिंग के माध्यम से धान के सीधे एवं त्वरित उठाव के जो डीओ काटे जा रहे हैं उसमें करोड़ों का घोटाला हो रहा है, जांजगीर-चांपा जिले को कवर्धा जिले से धान उठाने के लिए डीओ काटा जा रहा है, मिलर्स की सांठगांठ से धान का उठाव दिखाया जाता है, लेकिन धान का परिवहन कर वहीं आसपास की मिलों में पहुंचा दिया जाता है, भाड़ा कवर्धा से जांजगीर का वसूल किया जाता है, रायगढ़ जिले के लिए खैरागढ़ छुई खदान, गंडई एवं बेमेतरा से परिवहन के लिए डीओ काटा जा रहा है, सक्ति जिले के लिए बेमेतरा से डीओ काटा जा रहा है, कोरबा जिले के लिए बलौदा बाजार भाटापारा से डीओ काटा जा रहा है, परिवहन के कार्य में भारी हेराफेरी की जा रही है, नियमानुसार आसपास के जिलों में ही धान का परिवहन किया जाना चाहिए, लेकिन भाड़े में हेराफेरी करने के लिए यह खेल खेला किया जा रहा है, धान खैरागढ़ से रायगढ़ के लिए उठाना दिखाया जाता है और धान पहुंच जाता है राजनांदगांव और भाड़ा उठाते हैं खैरागढ़ से रायगढ़ का लगता है छत्तीसगढ़ राज्य की किस्मत में धान के कारोबार में घोटाला ही घोटाला लिखा है |
आये दिन अखबारों में धान परिवहन घोटाले की ख़बरें छपती रहती हैं लेकिन अधिकारियों और ऐसा लगता है कि शासन ने इस भ्रष्टाचार की अनदेखी कर रखी है क्योंकि सब मिल बाँट कर खा रहे हैं|यह जांच का विषय है |
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