Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

ब्रेकिंग :

latest

माँ दंतेश्वरी हाईस्कूल रत्नाबांधा मे धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया कृष्ण जन्माष्टमी

  छत्तीसगढ़ कौशल समाचार  धमतरी:- बुधवार को मां दंतेश्वरी हाईस्कूल रत्नाबांधा धमतरी में कृष्ण जन्माष्टमी पर्व धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मन...

 


छत्तीसगढ़ कौशल समाचार 

धमतरी:- बुधवार को मां दंतेश्वरी हाईस्कूल रत्नाबांधा धमतरी में कृष्ण जन्माष्टमी पर्व धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जिसमें विभिन्न प्रकार के खेलों का सफल आयोजन किया गया. प्री- प्राइमरी विभाग प्रभारी ममता कहार के मार्गदर्शन मे प्रीति साहू, शिफाली सिंह, पूर्णिमा ध्रुव शिक्षिकाओं की प्रेरणा से नर्सरी, केजी, केजी 2 के बच्चों ने राधा कृष्ण का रूप धारण कर मन मोह लिया।

              कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत के रूप में प्राचार्या श्रीमती अनीता यादव व शिक्षकों ने श्री कृष्ण की छायाचित्र पर पुष्प गुलाल लगाकर पूजा अर्चना एवं आरती की. तदुपरांत छोटे-छोटे बच्चों एवं राधा कृष्ण के रूप में आए छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया. नन्हे कृष्ण ने मटका फोड़ में अपनी कलात्मक में सबका दिल जीत. स्कूल में पूरी तरह से वृंदावन की रसिकता व गोपी गोपालो की मोहकता का रंग उमड़ गया. साथ ही बच्चों एवं शिक्षकों के लिए विभिन्न प्रकार के खेल गुब्बारा फोड़ना, चम्मच दौड़, पहेली प्रतियोगिता, आदि खेल संपन्न कराया गया।

       प्राचार्य श्रीमती अनीता यादव ने अपने संदेश में कहा कि हमारा देश त्योहारों का देश है. कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में जाने जाने वाला उत्सव भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है. और पूरे देश में बड़े धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। क्योंकि यह दिन भगवान कृष्ण के पुनर्जन्म का प्रतीक है। भगवान श्री कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, भगवान श्री कृष्ण को 16कलाओं में संपन्न माना गया है, वे न केवल अपनी चंचलता से सबका मन मोह लेते थे बल्कि वृंदावन में गौ माता की सेवा व बृजवासियों की रक्षा करते थे. प्रेम समर्पण, कर्तव्य, सरलता वह नम्रता के प्रतीक थे. हमें उनके जीवन से यही सीख मिलती है कि सभी क्षेत्र में अपनी कलाओं से हम अपने जीवन में एक पहचान बना ले ताकि लोग युगो-युगो तक याद रखें।

          कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राचार्य श्रीमती अनीता यादव, लीला साहू, भारती शांडिल्य, लक्ष्मी रावटे, ममता कहार, प्रीति साहू, पिंकी साहू, मोहन साहू, लिखनदास साहू, नुरेंद्र साहू, शिवांगी शर्मा, मिलेश्वरी चंद्रवंशी, पूर्णिमा ध्रुव, शिफाली सिंह, भूखीन ध्रुव सहित समस्त शिक्षकों व छात्र-छात्राओं का सराहनीय योगदान रहा. कार्यक्रम के अंत में प्रसादी वितरण किया गया।

No comments