छत्तीसगढ कौशल न्युज कुरुद/धमतरी:- शराब दुकानों में भीड़ का मंजर देखते ही बनता है। शराब दुकानों में लाइन लगी रहती है, जिसमें लोग लाइन में लग...
छत्तीसगढ कौशल न्युज
कुरुद/धमतरी:- शराब दुकानों में भीड़ का मंजर देखते ही बनता है। शराब दुकानों में लाइन लगी रहती है, जिसमें लोग लाइन में लगकर शराब खरीदते हैं। वहीं इसी बीच पॉकेटमार की चांदी हो जाती है वह शराब खरीदने पहुंचते हैं और पर्स मार देते हैं। जब तक कोई कुछ समझ पाता पॉकेटमार पर्स, मोबाइल चोरी करके भाग चुका होता हैं या पकड़ में आने पर उल्टा उनके समूह के लोगों द्वारा उन्ही के साथ मारपीट करने लगते हैं, मिली जानकारी के अनुसार इन नशेड़ियों का झुंड सुबह से रात दुकान बंद होने तक लोगों से मारपीट, लूटपाट, छीना झपटी करते रहते हैं समय रहते इन अपराधी तत्वों पर लगाम नही लगाया जाता तो इनके द्वारा कोई बड़ा अपराध घटित होगा तो संसय की बात नही होगा। नगर में स्थित शराब दुकानों में सीसीटीवी कैमरों की स्थिति भी खराब है। इसमें कुछ के कैमरे खराब हैं और कुछ दुकान में आने वालों की निगरानी कर रहे हैं, इससे जब पीड़ित शिकायत करता है, तो उसकी लिखित शिकायत ले ली जाती है, लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नहीं होती। वहीं शराब दुकान वालो को भी कैमरे ठीक करने के लिए नहीं कहा जाता।
शराब खरीदने के लिए जाने वाले व्यक्ति का यदि पर्स चोरी हो जाता है, तो वह शिकायत भी नहीं कर पाता। व्यक्ति को यह लगता है कि पुलिस उससे पूछेगी कि शराब क्यों खरीदने आए थे और उस पर कार्रवाई नहीं कर दें। रुपये तो गए ही और कहीं अब पुलिस की कार्रवाई के दौरान खुली जेल न जाना पड़े। लेकिन कुछ पीड़ित शिकायत करते है, तो पुलिस भी तलाश करने की बात कहते हुए टालमटोल कर देती है। वहीं पुलिस का भी यह तर्क रहता है कि दुकानों में इतनी भीड़ है और कैमरे चल नहीं रहे, कितने लोग आए शराब लेने और कितने चले गए इसका रिकार्ड तो है नहीं अब वह कार्रवाई भी करें तो किस पर करें।
कैमरा ठीक करने वाला नहीं मिल रहा कोई: शराब दुकान के मैनेजर से जब पर्स चोरी की बात की जाती है और कैमरा फुटेज दिखाने को पुलिस कहती है, तो वह बताते है कि कुछ दिन पहले ही कैमरा खराब हुआ है।
हो सकती है बड़ी घटना: शराब दुकान में शराब लेने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती है। भीड़ में एक दूसरे से पहले शराब लेने की होड़ मची रहती है। इसमें विवाद होने की आशंका बनी रहती है। वहीं किसी भी दिन बड़ी घटना हो सकती हैं। कोई घटना होती है, तो कैमरे खराब होने के कारण कोई भी जानकारी लगाने में पुलिस को भी भारी मशक्कत करनी पड़ेगी। जिससे वह आरोपितों तक पहुंच सके। लेकिन अभी इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है।
No comments