छत्तीसगढ कौशल न्युज कुरूद:- ग्रामीण अंचल में इन दिनों फसल कटाई के बाद खेतों में कीमती पेड़ों की लकड़ियों की कटाई जोरों पर चल रही है। किसान...
छत्तीसगढ कौशल न्युज
कुरूद:- ग्रामीण अंचल में इन दिनों फसल कटाई के बाद खेतों में कीमती पेड़ों की लकड़ियों की कटाई जोरों पर चल रही है। किसानों से संपर्क कर उनके खेतों में लगी कीमती लकड़ी सस्ते दामों में खरीद रहे हैं। और बेच रहे है। जबकि शासन के निर्देश में वृक्षों में कहवा(अर्जुन), महुआ, आम, इमली, बरगद, परसा, नीलगिरी, नीम, खम्हार जैसे दुर्लभ लकड़ी प्रतिबंधित हैं।
लेकिन चौकाने वाली बात यह है कि करोड़ों का विकास कार्य का जिम्मा उठाने वाली जनपद पचायत कुरूद को होश में नहीं है। कि स्वागत गेट के सामने बिहान केंटीन समूह में जो अवैध या प्रतिबंधित कहवा (अर्जुन) वृक्ष सहित बड़ी छोटी गोला को ताजा लकड़ी काट कर रखा गया है। जब हमारे टीम ने पूछा पहला बिहान केंटीन से तो बताया कि जलाव लकड़ी जलाने के लिए मगवाये है। जो लकड़ी कोचिया पंकज ठाकुर का बताया गया। और लकड़ी कीमत लगभग 25- 30 हजार रु कीमत बताया गया है।
अब क्या जनपद पंचायत कुरूद स्वागत गेट से नही गुजरता होगा या सोया हुआ है अब ग्राम पंचायतों का जनपद पंचायत कुरूद का विकास कार्यों को अंदाजा आप लगा सकते है।
अब सवाल यह है की जिम्मेदार कौन? बिहान केंटिन, लकड़ी कोचिया, जनपद पंचायत कुरूद, या कोई और.... देखना है की कार्यवाही किसकी होती है। और कब तक...!
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