भिलाई: -डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है लेकिन जब डॉक्टर ही मरीज को व्यापार का जरिया समझ ले तब इसे क्या कहें कुछ ऐसा ही हादसा भिलाई के ...
भिलाई:-डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है लेकिन जब डॉक्टर ही मरीज को व्यापार का जरिया समझ ले तब इसे क्या कहें कुछ ऐसा ही हादसा भिलाई के चंदूलाल चंद्राकार मेमोरियल हॉस्पिटल नेहरू नगर सुपेला में देखने को मिला जहां आईसीयू में भर्ती मरीज पर अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों की घोर लापरवाही सामने देखी गई आईसीयू मरीज जो डॉक्टरों के भरोसे होता हैं वह उसके साथ ही घोर लापरवाही की जा रही थी। icu में भर्ती मरीज शवशन नली लगाई गई थी वहाँ पूरी तरह चींटी आ गई वह भी लाल चींटी।जिंदगी औऱ मौत से जूझ रहा उसे लाल चींटी चबाए जा रही थी । जब यह बात हमारे छत्तीसगढ़ कौशल के रिपोर्टर को लगी तो icu पहुँच मरीज का हाल देखा तो भौचक्का रह गया icu मरीज को एक दो नही सैकड़ो चींटियों ने घेर लिया था औऱ मरीज को नोचे जा रही थी जब इस मरीज की हालत की जानकारी चंदूलाल चन्द्राकर अस्पताल प्रबधन को दी गई तो आनन फानन में मरीज के शवशन नली को निकाला गया और नया शवशन नली लगा दिया गया ।
जब इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से बात करनी चाही तो अस्पताल का प्रबंधन ने निंदिया से बात करने तक से मना कर दिया हमने टेलीफोन पर बात करनी चाहिए तो टेली फोन तो उठाया गया लेकिन मिलने का समय दोपहर को दिया गया यही हाल रहा तो भर्ती मरीजों का भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों पर पूरी तरह विश्वास उठ जाएगा ऐसे में जिले के स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि इन जैसे लापरवाही करने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई कर सबक सिखाएं।
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